वर्ष 40:अंक 24 II 1- 15 अगस्त 2017
अब नहीं होगा कविता पोस्टरों के बीच उनका मुस्कराता चेहरा
गोविन्द पंत ‘राजू’ पिछले 27-28 वर्षों में उमेश डोभाल स्मृति समारोह के कार्यक्रमों में एक-दो मौके ही शायद ऐसे रहे होंगे, जब समारोह के दौरान कार्यक्रम स्थल में लगे कविता पोस्टरों और मिनिएचर चित्रों की प्रदर्शनी के साथ बी. मोहन नेगी का मुस्कुराहट भरा ऊर्जावान चेहरा मौजूद न रहा हो। हर दर्शक की जिज्ञासाओं का […]
अंतिम प्रणाम पांगती जी
लेखक : प्रदीप पांडे 24 अक्टूबर को दैव ने डॉक्टर शेर सिंह पांगती को हम से छीन लिया। किसी भी अनजान क्षेत्र में जब आप घूमने जाते हैं तो पहले पहल लोग आपसे घुलते मिलते नहीं। ऐसे ही जोहार क्षेत्र में जब भी हम ट्रेकिंग पर जाते तो लोग शुरू में हमसे एक उचित दूरी […]
एक विलक्षण चित्रशिल्पी का जाना
लेखक : एल.मोहन कोठियाल बी. मोहन नेगी जी से मेरा परिचय 1992 में तब हुआ, जब वे 25 मार्च को प्रथम उमेश डोभाल स्मृति समारोह में गोपेश्वर से आये थे। उनकी तब की बहुत ही धुँधली सी याद मेरे मन में है। कुछ साल तक गोपेश्वर और फिर गोचर के डाकघर में रहने के […]
(Untitled)
अलविदा: राजेन्द्र धस्माना {राजेन्द्र धस्माना के निधन की भले ही उत्तराखंड सरकार और प्रदेश के प्रमुख दैनिकों ने पूरी तरह अनदेखी की हो, सोशल मीडिया पर वे कई दिनों तक छाये रहे। हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं फेसबुक पर राजेन्द्र धस्माना को दी गई दर्जनों श्रद्धांजलियों में से कुछ के चुनिन्दा अंश। -सम्पादक} मैं […]
वह वाकई पहाड़ के सोशल इंजीनियर थे
पंकज उप्रेती 1 अप्रैल 2017 की रात्रि 8 बजे इंजी.तारादत्त पाण्डे ‘तरदा’ का रानीबाग स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। 77 वर्षीय ‘तरदा’ सिंचाई विभाग में सरकारी नौकरी के कारण इंजीनियर साहब के रूप में जाने जाते थे किन्तु वह वाकई पहाड़ के सोशल इंजीनियर थे। उनका पूरा जीवन सामाज सुधार कार्यों को समर्पित […]
अलविदा तरदा
राजीव लोचन साह अक्टूबर-नवम्बर 1977 का कोई दिन रहा होगा। सैवॉय होटल के एक कमरे में रह रहे सुन्दरलाल बहुगुणा ने कोडाक कैमरे से खींची गई, दो गुणा दो इंच की एक चौकोर फोटो मेरी ओर बढ़ाई। किसी जंगल में चीड़ के पेड़ों पर लीसे के लिये लगाये गये गहरे घावों का चित्र था। सुन्दरलाल […]
मधु की मधुरता बनी रहे
शमशेर सिंह बिष्ट अल्मोड़ा 21 फरवरी सुबह-सुबह यह समाचार विदित हुआ कि अल्मोड़ा कूर्मांचल स्कूल की निर्देशक व कई संगठनों से जुड़ी शिक्षाविद् व विचारक श्रीमती मधु खाती का मंगलवार देहरादून में निधन हो गया। शीतकालीन अवकाश में दक्षिण भारत की यात्रा के बाद मधु अपने घर देहरादून वापस आ गई थी, वहीं एक समारोह […]
नैनीताल की पहचान थे जगदीश साह
विनोद पांडे 21 फरवरी को जगदीश साह का स्वर्गवास हो गया। वे नैनीताल का एक नैनीताल का एक सुपरिचित नाम थे। करीब 92 वर्ष की उम्र में एक भरी पूरी उम्र के बाद उनका बिछड़ना बहुत कुछ याद करा गया, इसलिए बहुत दुख भी दे गया। साह जी नैनीताल के धनाड्य लोगों में से थे। […]
कि चन्द्रकला मेरी आज हरणी- स्मृति शेष चारुचंद्र पांडे
मथुरादत्त मठपाल 23 मार्च 1920 (चैत्र मास की प्रथम नवरात्र) को अल्मोड़ा के समीप कसून गाँव में अभिजात पांडे परिवार में माता पार्वती देवी और पिता नीलाधर पांडे के घर में जिस बालक चारुचन्द्र का जन्म हुआ, वे अभी-अभी 6 जनवरी 2017 को 94 वर्ष की आयु में इस असार संसार से विदा ले पंचतत्व […]
त्याड़ज्यू से गै छा हो ?
चारू तिवारी रात के साढ़े बारह बजे उनका फोन आया। बोले, ‘‘त्याड़ज्यू से गै छा हो ?’’ एक बार और फोन आया। मैंने आँखें मलते हुये फोन उठाया। सुबह के चार बजे थे। बाले- ‘‘त्याड़ज्यू उठ गै छा हो।’’ उनका फोन कभी भी आ सकता था। कोई औपचारिकता नहीं। मुझे भी कभी उनके वेवक्त […]
आपकी टिप्पणीयाँ