रोहित जोशी

वे सब कैद कर लिए जायेंगे

वे सब कैद कर लिए जायेंगे

वे सब कैद कर लिए जायेंगे जो मेरे प्रिय हैं, मित्र हैं. आवारा हवाएँ, ख्वाहिशमंद परिंदे, स्वच्छंद नदियाँ, आकाश जीतती चोटियाँ और सबसे ज्यादा ‘आजाद ख्याल’। जिन जहरीली हवाओं के बीच साँस लेने को हम हैं अभिशप्त. मनुष्य बन सकने की न्यूनतम आजादी के अभाव में रेंग रहे हैं विवेकशून्य कीड़े की तरह। और हुकूमतें, […]