जगमोहन रौतेला उत्तराखण्ड बनने के दो दशक बाद प्रदेश सरकार को यहाँ के किसी लोकपर्व की सुध आई है। प्रदेश सरकार ने 2021 के सार्वजनिक अवकाशों में 20 साल बाद लोकपर्व हरेला को शामिल किया है। उत्तर... Read more
युद्ध सख्त है पर यही वक्त है अन्धेरे को उजालों ने चारों तरफ से घेरा है बढ़े चलो इन उम्मीदों के संग कुछ ही कदमों पे सवेरा है वर्ष 2021 के लिये सभी पाठकों को नैनीताल समाचार की शुभकामनाएं Read more
डा० अतुल शर्मा यह साल जा रहा है आने वालों के लिए जगह छोड़ता हुआ वह है ही हजारों साल जैसा वक्त की बर्फ पिघल रही है जमीन की प्यास बुझाते हुए मै समय के साथ हूं समय को मोड़ता हुआ मै प्रवाह से कर... Read more
नवीन जोशी आज हम यहां बहुत असामान्य परिस्थितियों में मिल रहे हैं। एक महामारी ने पूरी दुनिया को हलकान कर रखा है। इससे बचाव के तरीके खोज लिए जाएंगे लेकिन जिन कारणों से ऐसी परिस्थितियां जन्म ले... Read more
ताराचन्द्र त्रिपाठी कभी-कभी, जब, में पेट की भाषाओं के दबाव तले दम तोड़ती भाषाओं के बारे में चिन्तन करता हूँ तो मुझे घुटन सी होने लगती है. मुझे लगता है कि जिस प्रकार हम अपनी बोलियों की उपेक्... Read more
अमित श्रीवास्तव चलन के हिसाब से दूसरे छोर पर कुछ फौरी निष्कर्ष हैं जिन्हें सुनकर पानी के बुलबुलों के बराबर सुकून मिलता है. मैं इन बुलबुलों के पार देखने की कोशिश करता हूँ. आंखों में कोई चीज़... Read more
देवेश जोशी छोटी दीपावली उत्तराखण्ड में गौ-पूजन पर्व के रूप में मनायी जाती है। गौ-वंश के जीवनों का अलंकरण किया जाता है। विशेष पकवान खिलाये जाते हैं। वैसे तो ये आयोजन पारिवारिक स्तर पर किया ज... Read more
शैलेन्द्र सागर वर्ष 2020 का ‘आनन्द सागर’ स्मृति कथाक्रम सम्मान वरिष्ठ कथाकार नवीन जोशी को दिए जाने का निर्णय लिया गया है। कथाक्रम सम्मान समिति, जिसमें कथाक्रम संयोजक शैलेन्द्र सागर,... Read more
बी.के.जोशी अभी हाल में अखबारों में प्रकाशित खबर पढ़ने को मिली कि उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष ने प्रदेश की भाषाओं-गढ़वाली, कुमाउनी तथा जौनसारी – के सरंक्षण के लिये विधायकों की एक समिति ग... Read more
विवेकानंद माथने सर्वोदय याने सबका भला। यह भलाई केवल अहिंसा के रास्ते ही प्राप्त की जा सकती है, ऐसी महात्मा गांधी की आस्था थी। सार्वजनिक जीवन में अहिंसा के प्रयोग के लिये महात्मा गांधी ने समा... Read more