देवेश जोशी मुरली दीवान। एक ऐसा नाम जो समकालीन गढ़वाली कवियों में किसी परिचय का मोहताज़ नहीं। एक ऐसा कवि जो कबीर की तरह व्यंग्य को हथियार बनाता है और उन्हीं की तरह ठेठ लोक समाज से शब्द, बिम्ब औ... Read more
अमित श्रीवास्तव … -‘स्टिलवर्किंग’? किसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी में उच्च ओहदे पर अवस्थित दोस्त ने फोन पर अपनी टोन में घुसी आ रही मुस्कुराहट को छुपाते हुए पूछा – ‘या... Read more
संजय कुंदन 13.04.2020 वह नींद में कोड़े फटकारता है और चिल्लाता है वैज्ञानिकों, डॉक्टरों पर -जल्दी शोध पूरा करो, हमें दवा चाहिए टीका चाहिए इस बीमारी का वह परेशान है अपने देश में लाशों के लगते... Read more
अमरीक सिंह भारतीय कविता के लिए एक जरूरी नाम हैं, क्योंकि उनके योगदान के उल्लेख के बिना भारतीय साहित्य और समाज के लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं बनता है। उनका जीवन और कला दोनों महान हैं। उन्हें क्... Read more
चन्द्रशेखर तिवारी पहाड़ के उच्च शिखर, पेड़-पौंधे, फूल-पत्तियां, नदी-नाले और जंगल में रहने वाले सभी जीव-जन्तुओं के साथ मनुष्य के सम्बन्धों की रीति उसके पैदा होने से ही चलती आयी है। समय-समय पर... Read more
देवेश जोशी कुछ ही महीने पहले की बात है। अननोन नम्बर से मोबाइल पर काॅल आती है। उठाया तो कोई महिला कड़क आवाज़ में पूरे आत्मविश्वास के साथ पूछ रही थी – आप कौन हो? मैंने घबराते हुए कहा, मैडम... Read more
देवेश जोशी तीन दिन से नमक का स्वाद नहीं चखा था। सब कुछ था पर नमक नहीं। होता भी कैसे? आखिर नई दिल्ली स्थित एम्स का हार्ट पेशेंट वार्ड जो था। माँ, बहिन के साथ तीमारदार बन साथ थी। एम्स के कठोर... Read more
राजेश जोशी मुझे पहले ही समझ जाना चाहिए था विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में जब ख़ामोशी से पढ़ते हुए छात्रों पर अचानक पुलिस ने लाठियाँ भाँजना शुरू किया और किताबों को फाड़ डाला…. मुझे तो तब... Read more
हिन्दी के मूर्धन्य कथाकार शेखर जोशी विगत कुछ वर्षों से कवितायें लिखने में रुचि ले रहे हैं। यह कविता उन्होंने कथाकार/पत्रकार नवीन जोशी के माध्यम से विशेष रूप से ‘नैनीताल समाचार के लिये... Read more