वर्ष 40:अंक 24 II 1- 15 अगस्त 2017
आन, बान और शान…
लेखक : प्रदीप पाण्डे जब से करणी सेना ने फिल्म ‘पद्मावती’ का ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ के अंदाज में विरोध किया, मैं इस संगठन का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा फैन हो गया हूँ। पहले नंबर पर भक्त जनों का हक कायम रहे, मैं उसे छीनना नहीं चाहता। इस सेना ने हमें सिखलाया कि […]
नशा नहीं रोज़गार तथा गैरसेण राजधानी के लिये एक पदयात्रा
‘नशा नहीं रोजगार दो’ तथा ‘गैरसैंण स्थायी राजधानी हो’ की माँग के साथ नैनीताल से गैरसैंण तक की एक पदयात्रा आज, 21 नवम्बर की प्रातः तल्लीताल डाँठ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से प्रारम्भ हो गई। पदयात्रा भवाली होते हुए आज शाम को तल्ला रामगढ़ पहुँचेगी और मोना-ल्वेशाल होते हुए संम्भवतः बुधवार की शाम को […]
रामेश्वर के साथ राम का गुरुकुल भी डूबेगा
लेखक : मदन चन्द्र भट्ट पंचेश्वर बाँध से सरयू और रामगंगा के संगम पर स्थित रामेश्वर मन्दिर ही नहीं डूबेगा, वरन् वैदिक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केन्द्र प्राचीन वशिष्ठाश्रम भी समाप्त हो जायेगा और उससे जुडे़ लोगों की आजीविका जाती रहेगी। रामेश्वर भगवान राम का गुरुकुल होने के साथ ही वृद्धावस्था में उनका निर्वाणास्थल […]
नोटबन्दी से प्यार
जी. सम्पत काफी पुराने समय की बात है। इतनी पुरानी कि लगता है जैसे एक दूसरे जीवन-काल गुजरा हो। मेरी एक महिला-मित्र थी, जिसे मैं पूरी तरह प्यार करता था। वह दूसरे लड़कों से भी मिलने जाया करती थी, लेकिन मैं इसकी परवाह नहीं करता था। वह हर बार मेरा फोन नहीं उठाती थी। वह […]
समस्यायें अनेक : समाधान एक
रोशन लाल अग्रवाल (अमीरी की रेखा के क्रांतिकारी सिद्धान्त को प्रतिपादित करने वाले रोशनलाल अग्रवाल के विचारों से हम पाठकों को पहले भी अवगत कराते रहे हैं। अब, जबकि नोटबन्दी की व्यर्थता साबित हो चुकी है और जी.एस.टी. के महामारी से देश जूझ रहा है, इस विचार को अधिक गम्भीरता से समझने की जरूरत है।) […]
गरीबी जानबूझकर लायी जा रही है: पी. साईंनाथ
लेखक : उमेश तिवारी ‘विश्वास’ 15 अक्टूबर को मैगसेसे पुरस्कार प्राप्त ‘द हिन्दू’ के ग्रामीण मामलों के सम्पादक पी. साईंनाथ द्वारा नैनीताल क्लब में ‘पहाड़’ का 15वाँ ‘राहुल सांकृत्यायन व्याख्यान’ दिया गया। भारत में उत्तरोत्तर बढ़ रही गैर बराबरी पर केन्द्रित व्याख्यान में पी. साईंनाथ ने बताया कि पिछले 15 वर्षों में गरीब और […]
दिल्ली में हुआ बाँध का विरोध
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की नदी घाटियों के बारे में विशेषज्ञ समिति ने 24 अक्टूबर को विश्व के दूसरे सबसे ऊँचे बाँध के बारे में विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर मंत्रालय के फाटक के बाहर खड़े एक छोटे से समूह ने शान्तिपूर्ण ढंग से अपना विरोध दर्ज किया। ‘माटू जन संगठन’ के विमल भाई […]
20 नवंबर को होगी किसान मुक्ति संसद
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा देश के सभी किसानों की सम्पूर्ण कर्ज़ा मुक्ति एवं किसानी की लागत से डेढ़ गुना समर्थन मूल्य पर सभी कृषि उत्पादों की खरीद सुनिश्चित करने के लिए देशभर में किसान मुक्ति यात्रा निकाली जा रही है। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति में अबतक 184 किसान संघठन शामिल […]
क्या हिमालय दिवस से हिमालय का पर्यावरण बचेगा ?
लेखक : नेहा पाण्डे सन् 2015 से उत्तराखण्ड सरकार ने हिमालय दिवस को आधिकारिक रूप से मनाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से कई महत्वपूर्ण बिंदु उभरते हैं। पहला, इस क्षेत्र के पर्यावरणीय मुद्दों को उठाने के लिए हिमालय दिवस में कितनी क्षमता है ? दूसरा यह कि जैसा कि शोधांे से यह उजागर […]
झारखण्ड में भी उठी नये राजनैतिक विकल्प की ललकार
लेखक: नवीन जोशी सद्यरू प्रकाशित पुस्तक “झारखंड आंदोलन के दस्तावेज” (सम्पादक- वीर भारत तलवार, प्रकाशक- नवारुण प्रकाशन) के चंद पन्ने पलटते ही मुझे आज के उत्तराखण्ड की याद हो आयी। झारखण्ड राज्य आंदोलन से गहरे जुड़े रहे प्रसिद्ध रचनाकार और आंदोलनकारी वीर भारत तलावर ने यह पुस्तक झारखण्ड राज्य की वर्तमान दुर्दशा से दुखी और […]
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