पहाड़ नहीं है हिमालय
डॉ. हरिसुमन बिष्ट हिमालय हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र रहा है, भारतीय ज्ञान, दर्शन, सोच-विचार, हर्ष-विषाद, अवसाद-उल्लास, गीत-संगीत, हास्य-रुदन, पलायन-संघर्ष, काम-क्रोध, दया-धर्म, रीति-रिवाज, परम्पराएँ, हिमालयी संस्कृति और एक भिन्न सभ्यता का विकास हिमालय से ही हुआ है। भारतीय ऋषि परम्परा का उद्भव हिमालय से ही है। ऋषि- मुनियों ने अपने तप, ज्ञान दर्शन और लौकिक […] Read more